अलवर. ट्रिपल तलाक की शिकार एक महिला के साथ उसके ससुर और एक अन्य व्यक्ति ने रात में सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता और पीहर पक्ष के लोगों को मारपीट कर उन्हें बंधक भी बनाया गया. उसके बाद पुलिस ने उन्हें मुक्त कराकर महिला थाने पहुंचाया, जिसके बाद जिले के भिवाड़ी महिला थाने में पीड़िता ने मामला दर्ज कराया है. पुलिस ने ट्रिपल तलाक के नए कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
25 वर्षीय पीड़िता को दहेज के लिए करते थे प्रताड़ित
चोपानकी थाना इलाके की एक विवाहिता को सुबह उसके पति ने तीन तलाक दिया और रात को उसके साथ ससुर सहित दो लोगों ने कट्टे की नोक पर दुष्कर्म किया और उसे जान से मारने की धमकी दी. पीड़िता ने घटना की शिकायत भिवाड़ी के महिला थाने में दर्ज कराई है. पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराकर कोर्ट में उसके बयान दर्ज करवाए हैं. 25 वर्षीया पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी वर्ष 2015 में भिवाड़ी के चौपानकी थाना इलाके के एक गांव में हुई थी. पिता ने मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी कर अपनी क्षमता के हिसाब से दहेज भी दिया था, लेकिन पति, देवर व ससुर ने और दहेज की मांग करते हुए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. इस दरम्यान उसने एक बेटी को भी जन्म दिया.
रात में कमरे में घुसकर लगा दिया कनपटी पर कट्टा
दहेज की मांग को लेकर 20 से 23 नवंबर के बीच आरोपियों ने पीड़िता से मारपीट की और उसे कमरे में बंधक बनाकर प्रताड़ित किया. 22 नवंबर की सुबह उसका पति कमरे में आया और तीन बार बोलकर तलाक (तलाक-उल-बिद्दत) देकर चला कमरे से बाहर चला गया. उसी रात करीब 11-12 बजे ससुर और उसका एक अन्य साथी एक साथ उसके कमरे में घुस गए और उसकी कनपटी पर देशी पिस्तौल लगा दिया.
ससुर ने कहा-तलाक के बाद अब तू नहीं रही मेरी बहू, फिर...
उसके ससुर ने पीड़िता से कहा कि तुझे मेरे बेटे ने तलाक दे दिया है, इसलिए अब तू मेरी पुत्रवधू नहीं है. ससुर के साथ आए व्यक्ति ने उसकी कनपटी पर कट्टा लगा दिया था. इसके बाद दोनों ने जबरन दुष्कर्म किया और कहा कि किसी को बताया तो जिंदा नहीं रहेगी. अगली सुबह वह मौका पाकर कमरे से बाहर आ गई और पिता को फोन कर आपबीती बताई. इसके बाद पिता की मदद से पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. पीड़िता के पिता जब भतीजे के साथ टपूकड़ा आए और बेटी को लेने वापस उसकी ससुराल आए तो तीनों के साथ मारपीट की गई. बाद में पुलिस उन्हें छुड़ा कर ले गई थी.