इन कागजों के बिना नहीं लगवा पाएंगे कोरोना की वैक्सीन, रजिस्ट्रेशन के लिए पड़ेगी इस डॉक्यूमेंट की जरूरत

 






















भारत में कोरोनावायरस के अंत के लिए टीकाकरण अभियान का आगाज हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देशभर में कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान को लॉन्च किया. इस दौरान देश भर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 3006 सेशन साइट्स लॉन्च प्रोग्राम से वर्चुअल तरीके से जुड़े. पहले दिन भारत में हर सेशन साइट पर लगभग 100 लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीनेशन के पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को टीका लगाया जाना है. 

पूरे देश में टीकाकरण के लिए खास तैयारियां की गई हैं. वैक्सीन के रोल आउट होने के बाद अब सभी के मन मे सवाल है कि उन्हें कैसे कोरोना का टीका लगेगा. सरकार ने इसके रजिस्ट्रेशन करने को कहा है, लेकिन इसके लिए कौन से कागजात की जरूरत पड़ेगी .

देशभर के लिस्टेड अस्पतालों में टीकाकरण शुरू किया गया है. टीकाकरण वाले स्टाफ को टीका लगाने के बाद 30 मिनट तक रिएक्शन देखने के लिए निगरानी में बैठाया गया. कोरोना की वैक्सीन के लिए ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन की व्‍यवस्‍था की गई है. इसके लिए आपको कुछ जरूरी कागजात देने होंगे.

वैक्सीन के लिए ये कागजात हैं जरूरी

कागजातों की लिस्ट में आधार कार्ड, मतदाता पहचान-पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, सर्विस पहचान-पत्र, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट, स्मार्ट कार्ड, पेंशन पहचान पत्र, कार्यालय पहचान पत्र, बैंक/पोस्ट ऑफिस पासबुक और स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड शामिल है. इनमें से किसी एक कागजात के आधार पर ही वैक्सीनेशन के लिए कोई व्यक्ति रजिस्टर हो पाएगा. इसके साथ ही एक टॉल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1075 भी जारी किया गया है.

बिना कागज क्या लगेगी वैक्सीन?

वैक्सीन के डोज लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है. इसके लिए सेंटर पर जाकर आपको अपने जरूरी कागज दिखाने होंगे, उसके आधार पर ही आपको कोरोना का टीका लगाया जाएगा.टीकाकरण के शुरुआती चरण में जिन लोगों को कोरोना की वैक्सीन मिल रही है, उनकी एक सूची जारी की जाएगी. इसके आधार पर ही लोगों को अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसकी जानकारी आपको अपने फोन पर मैसेज के द्वारा मिल जाएगी.

देश में फिलहाल भारत बायोटेक की कोवैक्सीन, सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड को मंजूरी मिली है. इसके अलावा कई अन्य वैक्सीन का ट्रायल अंतिम चरण में है. दिल्ली एम्स में कोरोना की वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया. इसके बाद एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने भी टीका लगवाया.