मंथर गति से बन रहा सरवटे बस स्टैंड, 5 लाख पेनेल्टी के बाद भी 50 फीसदी काम पूर्ण


सरवटे बस स्टैंड का काम इंदौर के सभी विकास प्रोजेक्टों में सबसे धीमा है। कॉन्ट्रैक्टर पर पांच लाख की पेनल्टी के बाद भी काम रफ्तार सिफर है। खुद अधिकारी मान रहे कि यह प्रोजेक्ट इस साल पूरा नहीं हो सकेगा। सरवटे बस स्टैंड बनाने का कॉन्ट्रैक्ट 9.77 करोड़ में दिया गया था। अप्रैल 2019 में शुरू हुआ काम अगस्त 2020 तक पूरा होना था, लेकिन बेसमेंट का काम ही हो सका। ग्राउंड फ्लोर का चल रहा है। रिटेनिंग वॉल तैयार हो गई है। यानी कुल 50 प्रतिशत काम भी पूरा नहीं हुआ है।


जनवरी-फरवरी तक काम पूर्ण होना संभव नहीं


अधिकारियों के कॉन्ट्रैक्टर पर दबाव के बावजूद मंथर गति से काम हो रहा है। इससे माना जा रहा है कि यह काम अगले साल जनवरी-फरवरी के पहले पूरा होना संभव नहीं है। मार्च में तत्कालीन निगमायुक्त आशीष सिंह ने कॉन्ट्रैक्टर को धीमा काम करने पर फटकार और पेनल्टी लगाई थी। लॉकडाउन के बाद सरवटे को छोड़ सभी प्रोजेक्ट गति पकड़ चुके हैं। लॉकडाउन से पहले व्यापार ठप रहा। बस स्टैंड के काम के कारण आसपास की सड़कें बंद रहने से व्यापारियों पर दोहरी मार पड़ रही है।


व्यस्ततम सड़कों की दुर्दशा से आवागमन थमा


व्यापारी जगदीश, किशोर, कमल व हरीश ने बताया एक तरफ बस स्टैंड का काम चल रहा है और दूसरा सरवटे से रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन का काम पूरा नहीं हो सका है। यह पूरा क्षेत्र जहां हर समय व्यापार चलता था, सड़कों की दुर्दशा के कारण लोगों का आना-जाना बंद हो गया, जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। अधीक्षण यंत्री महेश शर्मा ने बताया कॉन्ट्रैक्टर को फॉलो कर रहे हैं। काम धीमी गति से चल रहा है। वहीं रेलवे स्टेशन तक पाइप लाइन का काम भी 15-20 दिन में होने का बात अधिकारियों ने कही।